निगाहें निगाहों से मिला कर तो देखो !
नए लोगों से रिश्ता बना कर तो देखो !
हसरतें दिल में छुपाने से क्या फायदा !
अपने होठों को हिला कर तो देखो !
खामोशी से कब होती हैं ख्वाहिशें पूरी !
दिल की बात बता कर तो देखो !
जो है दिल में उसे कर दो बयां !
ख़ुद को एक बार जता कर तो देखो !
आसमाँ सिमट जाएगा आगोश में !
चाहत की बाहें फैला के तो देखो !
दिल की बात कर के तो देखो !!
--अज्ञात
तुम्हारा दिसंबर खुदा !
-
मुझे तुम्हारी सोहबत पसंद थी ,तुम्हारी आँखे ,तुम्हारा काजल तुम्हारे माथे पर
बिंदी,और तुम्हारी उजली हंसी। हम अक्सर वक़्त साथ गुजारते ,अक्सर इसलिए के, हम
दोनो...
4 वर्ष पहले
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें