सड़क पर खड़ा था
एक बच्चा बेसहारा
भूखा था वह शायद
जब मैने उसे पुकारा…
सहमा डरा सा
दूर से ही उसने
रोता हुआ, चुपचाप
अपना हाथ बढ़ाया…
पास जाकर देखा
उसके सीने पर लिखा था,
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दुस्तान हमारा!
हम बुलबुले हैं इसकी
कहाँ है गुलिसतां हमारा?
Hindi Poems & Stories of Various Writers..खोने की जिद में क्यूँ भूलते हो कि पाना भी होता है....
सड़क पर खड़ा था
एक बच्चा बेसहारा
भूखा था वह शायद
जब मैने उसे पुकारा…
सहमा डरा सा
दूर से ही उसने
रोता हुआ, चुपचाप
अपना हाथ बढ़ाया…
पास जाकर देखा
उसके सीने पर लिखा था,
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दुस्तान हमारा!
हम बुलबुले हैं इसकी
कहाँ है गुलिसतां हमारा?
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